शशांक द्विवेदी
कल दिल्ली एमसीडी के
नतीजें आनें के बाद बहुत सारे प्रगतिशील और वामपंथी लोग बहुत उछल रहें थे
(कांग्रेस की ४ सीटें आने पर ),इसे लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा बता रहें थे ,अजय माकन तो इसका श्रेय पप्पू गाँधी को दे
रहें थे और कह रहें थे सांप्रदायिकता हार गई ..खैर आज पाँच राज्यों के नतीजों के
बाद तो कांग्रेस रसातल में चली गयी ,,तो क्या इसका भी श्रेय ये प्रगतिशील सेकुलर
लोग पप्पू गाँधी को देंगे ? या फिर गांजा पीकर कुछ नहीं बोलेंगे आजा ..फिलहाल देश
“कांग्रेस मुक्त भारत” की तरफ बढ़ रहा है देश की ४३ फीसदी आबादी में भाजपा की सरकार
है जबकि सिर्फ ७ फीसदी आबादी में कांग्रेस की सरकार है (एक बड़ा राज्य कर्नाटक और
दो छोटे राज्य /केंद शासित प्रदेश ) बस अब इतनी ही औकात बची है कांग्रेस की देश
में ...मै कई सालों से कह रहा हूँ कि कांगेस भर्ष्टाचार की पर्याय है ..मुझे लगता
है कि जैसे सी फार करप्शन वैसे ही सी फार कांग्रेस होता है .इस पार्टी ने इस देश
को ६० सालों में जिस तरह से लूटा है उतना तो भारत अंग्रेजो ,मुस्लिम और वाह्य
आक्रमणकारियों ने पिछले २००० साल में भी नहीं लूटा ..सच्चाई तो यह है कि इस पार्टी
ने इस देश की आत्मा को ही गिरवी रख दिया था ..हर दिन के घोटालें ,लाखों करोड़ के
भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने इन्हें अब इनकी असली औकात बता दी है ..मुझे खुशी है
कि आप भाजपा की केंद्र सरकार को चाहे अच्छी कहो या बुरी लेकिन कम से कम पिछले दो
सालों में घोटाले तो नहीं हुए , न ही शायद कभी होंगे ..इसी को मै सबसे बड़ी उपलब्धि
मानता हूँ ..आज देश में वामपंथ का मतलब कांग्रेस और कांग्रेस का मतलब वामपंथ हो
गया है ,भारत का हर प्रगतिशील /सेकुलर आदमी कांग्रेस का समर्थक जरुर होता है
क्योकि कांग्रेस की सरकारों के समय इन लोगों को भी मलाई मिली थी /भ्रष्टाचार का
हिस्सा मिला था ..इस लिए इन दो कौड़ी के प्रगतिशील लोगों से अब सोशल मीडिया पर भी
वैचारिक लड़ाई लडनी होगी क्योकि ज़मीन पर ये दोगले अब कही है नहीं ,जनता ने इनकी
औकात बता दी है ,अब इन्हें यहाँ इनको आइना दिखाना है ..भाजपा को असम की ऐतिहासिक
जीत पर बधाई और बाकी सभी राज्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई ..