Thursday, September 6, 2018

SC/ST एक्ट पर अध्यादेश !! - मोदी सरकार की ताबूत में आखिरी कील


मै सामान्यतया राजनीतिक भविष्यवाणी नहीं करता लेकिन आज सीधे तौर पर कह रहा हूँ कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलटकर SC/ST एक्ट पर अध्यादेश लानें का फैसला मोदी सरकार की ताबूत में आखिरी कील साबित होगा .. इतिहास गवाह है कि जब शाहबानो प्रकरण पर 
राजीव गाँधी ने मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटा था उसके बाद कांग्रेस देश में कभी उबर नहीं पाई . वीपी सिंह ने भी मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करके पिछड़ों और दलितों का मसीहा बनने की कोशिश की थी ,लेकिन उनका राजनीतिक क्या हश्र हुआ सब जानतें है  ,मंडल के बाद वीपी सिंह और उनकी राजनीती दोनों मिट गए.
कुछ चीजों के लिए मोदी सरकार को माफ़ नहीं किया जा सकता है ,न कभी माफ करना चाहिए,
पिछले दिनों अटल जी के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था तो वहाँ पर मेरे बगल में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह , अश्विनी चौबे और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बैठे थे, SC/ST एक्ट पर अध्यादेश पर मेरे मन में काफ़ी गुस्सा पहले से था इसलिए मैंने इसका जिक्र गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे जी से करते हुए कहा कि सरकार ने ये जो किया है ठीक नही है , इसका बड़ा खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा , मेरा ऐसा कहते ही अचानक पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हमलावर होते हुए मुझसे बोले कि तुम्हें पता ही क्या है , मोदी दलितों के मसीहा है , बोलें कि मैं हरिजन हूँ और देश मे हमारी संख्या ज्यादा है ऐसे में हमारे हित में फैसला होगा, मैंने प्रतिवाद करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस एक्ट पर सिर्फ यही कहा था कि निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए , बिना जाँच के गिरफ्तारी गलत है आदि तो धर्मेंद्र प्रधान बोलें कि सुप्रीम कोर्ट को कुछ पता नही , वो ऐसे ही फैसले देती है !! मैंने कहा कि सिर्फ आरोप के आधार पर आप किसी को कैसे गिरफ्तार कर सकतें है ,ये तो न्याय की बुनियादी अवधारणा के भी खिलाफ है, मैं उनसे लगातार प्रतिवाद करता रहा और वो काफी गुस्से में बोलतें रहें , जबकि इस दौरान गिरिराज और चौबे जी कुछ नही बोले , माहौल बड़ा अजीब हो गया ,कुछ लोगो के समझाने पर मैं थोड़ी देर के लिए चुप तो हो गया लेकिन मेरे अंदर गुस्से की ज्वाला धधक रही थी , कुछ समय बाद पता नहीं मुझे क्या सूझा और मैं अपने सीट से उठकर धर्मेंद्र प्रधान के पास जाकर उनके कान में बोला कि आप कुछ भी कर लीजिए यूपी में दलितों के वोट बीजेपी को नहीं मिलेंगे और ये फैसला बीजेपी की ताबूत में आखिरी कील साबित होगा..मैंने उसी दिन इस विषय पर उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय को कहा था कि SC/ST एक्ट पर आप लोग आग से खेल रहें है ये समूची भाजपा को जला देगा ..
पिछले सिर्फ १ महीनें में मोदी सरकार ने SC/ST एक्ट पर अध्यादेश लाने के अलावा , SC/ST को पदोन्नति में आरक्षण ,और क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए केंद्र सरकार कह रही है कि सिर्फ “जाति “ ही पिछड़ेपन का आधार है (नीचे न्यूज पढ़ लीजिये ) मतलब आप चाहे कितने भी अमीर हो ,प्रभावशाली हो अगर SC/ST हैं तो आपको आरक्षण की सुविधा के साथ पदोन्नति में भी आरक्षण मिलेगा ,केंद्र की इसी सरकार ने अब विश्वविद्यालयों में विभागों के स्तर पर भी आरक्षण देनें के फैसला किया है जबकि पहले यूनिवर्सिटी स्तर पर आरक्षण लागू था (न्यूज पढ़ें )..
मतलब इस सरकार नें मानवीयता और नैतिकता की सारी हदें पार कर दी SC/ST को फायदा पहुँचाने के लिए ,उनके तुष्टीकरण के लिए (इतना तो इतिहास में किसी दल ने आजतक नहीं किया )..लेकिन आप डायरी में लिख लीजिये इतना करने के बाद भी इन्हें SC/ST का वोट कतई नहीं मिलने वाला ,ये अगला लोकसभा चुनाव बुरी तरह से हारने वालें हैं ..सवर्णों के वोट से तो ये पूरी तरह से हाथ धो चुके है .
देश की जनता ने इस मोदी /बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिया ,ग्राम प्रधान ,विधायक सांसद ,मुख्यमंत्री ,प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति सब के सब बीजेपी के होते हुए भी इन्होने कुछ नहीं किया .. काश इस सरकार ने राम मंदिर निर्माण ,धारा ३७० ,कॉमन सिविल कोर्ट के  अपने अजेंडे के लिए आध्यादेश लाया होता.
यह इस देश की मिट्टी ,इस इन्द्रप्रस्थ का दुर्भाग्य है कि सत्ता में आतें ही लोग अपनी जड़ें भूल जातें है .इस देश का समूचा हिंदू जनमानस ठगा महसूस कर रहा है .कथित सेकुलरिज्म से त्रस्त इस देश की बहुसंख्यक जनता ने मोदी को मसीहा माना लेकिन ये भी वही करने लगे जो कांग्रेस या बाकी दल करतें आयें है ..बीजेपी और मोदी जी आप ये याद रखना कि आने वाली सदियाँ और इतिहास आपको कभी माफ़ नहीं करेगा .. 


Tuesday, February 27, 2018

श्रीमती जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

शशांक द्विवेदी 
आज हमारी श्रीमती जी का जन्मदिन है ,सबसे पहले तो उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ,आप हमेशा ऐसे ही डायनामिक और ख़ुशहाल बनी रहो यही प्रार्थना है ईश्वर से ..सामान्यतया हम दोनों का मिज़ाज बिल्कुल अलग है फिर भी लगभग 15 साल से साथ है (9 साल शादी के बाद और 6 साल शादी के पहले ), मिज़ाज के साथ साथ खाने -पीने की पसंद भी बिल्कुल अलग है . ,प्रियंका मुझसे ज्यादा डायनामिक और दुनियादारी के मामलों में समझदार है ,मै ज्यादा लिबरल हूँ जबकि ये उतनी नही है, तर्क और बहस तो खैर हमारी जिंदगी का हिस्सा ही है ,मुझसे खूब लड़ने के बाद अक्सर कवितायेँ लिखने बैठ जाती है , इन्होने सभी कवितायेँ मुझसे लड़ने के बाद ही लिखी है ..लेकिन सच्चाई यह है कि पूरे घर और बच्चों को इन्होने ही संभाल रखा है ..सबसे खास बात यह है कि देश के कई नामी ज्योतिषियों के मना करने के बाद भी हमने शादी की (प्रेम काल में शादी को लेकर परेशान थे तो उस समय ज्योतिषियों के यहाँ भी चक्कर लगा आये थे ) , प्रियंका विशुद्ध पत्रकार है जबकि मै उनके साथ रहकर इंजीनियर कम पत्रकार हूँ ...मेरे लेखो की आलोचनात्क स्क्रूटनी कर देती है , वर्कप्लेस और टेक्निकल टूडे मैगज़ीन में भी हम साथ है ऐसे में हमेशा इनका नया आइडिया देखने को मिलता है , इनकी वजह से काफ़ी हद तक निश्चिंत रहता हूँ , मोटामोटी मिज़ाज और पसंद अलग होते हुए भी हम एक दुसरे को प्यार करते है ,सम्मान करते है यही वजह है कि हम साथ साथ है ,खुश है ...और हां जब तक रहेंगे खुश ही रहेंगे ....एक बार फिर से प्रियंका को ढेरों बधाइयाँ ....