Thursday, August 15, 2013

स्वतंत्रता दिवस पर कविता

आज स्वतंत्रता दिवस और मेरा जन्मदिवस दोनों है .यह संयोग मुझे काफी सुखद लगता है , आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें..इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की यह कविता मुझे बहुत पसंद है
15 अगस्त का दिन कहता ,आजादी अभी अधूरी है
सपने सच होने बाकी है ,रावी की शपथ न पूरी है
दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएगें
गिल –गिल से गारो पर्वत तक आजादी पर मनाएंगे
उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से कमर कसे बलिदान करें

जो पाया उसमे खो न जाएँ ,जो खोया उसका ध्यान करें ......

1 comment:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 15 अगस्त 2015 को लिंक की जाएगी ....
    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

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